भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 क्या हैं ? BNS Section 19 In Hindi

BNS Section 19 In Hindi हॅलो‌ ! इस पोस्ट में हम आपको भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 19 क्या हैं ( What is BNS Section 19 in Hindi) इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। पहले हमारे देश में भारतीय दंड संहिता यह कानून था। लेकिन अब इसकी जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। अभी संसद द्वारा पारित तीन विधेयकों ने अब कानून का रूप लिया हैं। भारतीय दंड संहिता को अंग्रेजों ने लागू किया था। अंग्रेजों के समय से भारत में भारतीय दंड संहिता लागू थी।

BNS Section 19 In Hindi

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 क्या हैं ? BNS Section 19 In Hindi

अंग्रेजों के काल से जो आपराधिक कानून भारत में लागू थी उनकी जगह लेने वाले तीन संशोधन विधेयकों पर कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दी। अब भारतीय दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 में कार्य, जिससे अपहानि कारित होना संभाव्य हैं, किंतु जो आपराधिक आशय के बिना और अन्य अपहानि के निवारण के लिए किया गया हैं ऐसे कार्य के बारे में जानकारी दी गई है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 क्या हैं इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।

भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 19 क्या हैं ( What is BNS Section 19 in Hindi) ?-

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 में कार्य, जिससे अपहानि कारित होना संभाव्य हैं, किंतु जो आपराधिक आशय के बिना और अन्य अपहानि के निवारण के लिए किया गया हैं ऐसे कार्य के बारे में जानकारी दी गई है।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 के अनुसार कोई बात केवल इस कारण अपराध नहीं हैं की वह यह जानते हुए की गई हैं की उससे अपहानि कारित होना संभाव्य हैं, यदि वह अपहानि कारित करने के किसी अपराधिक आशय के बिना और व्यक्ती या संपत्ति को अन्य अपहानि का निवारण या परिवर्जन करने के प्रयोजन से सद्भावपूर्वक की गई हैं।

स्पष्टीकरण – ऐसे मामले में यह तथ्य का प्रश्न हैं की जिस अपहानि का निवारण या परिवर्जन किया जाना हैं क्या वह ऐसी प्रकृति की ओर इतनी आसन्न थी कि वह कार्य, जिससे यह जानते हुए कि उससे अपहानि कारित होना संभाव्य हैं, करने की जोखिम उठाना न्यायानुमत या माफी योग्य था।

उदाहरण –

क यह व्यक्ती एक अग्निकांड के समय आग को फैलने से रोकने के लिए गृहों को गिरा देता हैं। वह इस कार्य को मानव जीवन या संपत्ति को बचाने के आशय से सद्भावनापूर्वक करता हैं। यहां, यदि यह पाया जाता हैं की निवारण की जाने वाली अपहानि इस प्रकृति की ओर इतनी आसन्न थी की क कार्य माफी योग्य हैं तो क उस अपराध का दोषी नहीं हैं।

FAQ

भारतीय न्याय संहिता में कितनी धारा हैं ?

भारतीय न्याय संहिता में 356 धारा हैं।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 में किस बारे में जानकारी दी गई है ?

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 में कार्य, जिससे अपहानि कारित होना संभाव्य हैं, किंतु जो आपराधिक आशय के बिना और अन्य अपहानि के निवारण के लिए किया गया हैं ऐसे कार्य के बारे में जानकारी दी गई है।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 क्या हैं ?

भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 के अनुसार कोई बात केवल इस कारण अपराध नहीं हैं की वह यह जानते हुए की गई हैं की उससे अपहानि कारित होना संभाव्य हैं, यदि वह अपहानि कारित करने के किसी अपराधिक आशय के बिना और व्यक्ती या संपत्ति को अन्य अपहानि का निवारण या परिवर्जन करने के प्रयोजन से सद्भावपूर्वक की गई हैं।

इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय न्याय संहिता की धारा 19 क्या हैं इसके बारे में जानकारी दी है। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !

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