भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 क्या हैं ? BNS Section 45 In Hindi

BNS Section 45 In Hindi हॅलो‌ ! इस पोस्ट में हम आपको भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 45 क्या हैं ( What is BNS Section 45 in Hindi) इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। पहले हमारे देश में भारतीय दंड संहिता यह कानून था। लेकिन अब इसकी जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। अभी संसद द्वारा पारित तीन विधेयकों ने अब कानून का रूप लिया हैं। भारतीय दंड संहिता को अंग्रेजों ने लागू किया था। अंग्रेजों के समय से भारत में भारतीय दंड संहिता लागू थी।

BNS Section 45 In Hindi

भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 क्या हैं ? BNS Section 45 In Hindi

अंग्रेजों के काल से जो आपराधिक कानून भारत में लागू थे उनकी जगह लेने वाले तीन संशोधन विधेयकों पर कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दी। अब भारतीय दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 में किसी बात या कार्य के दुष्प्रेरण के बारे में जानकारी दी है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 क्या है इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।

भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 45 क्या हैं ( What is BNS Section 45 in Hindi) ?-

भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 में किसी बात या कार्य के दुष्प्रेरण के बारे में जानकारी दी है।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 के अनुसार वह व्यक्ती किसी बात के किए जाने का दुष्प्रेरण करता हैं, जो –

क) उस बात को करने के लिए किसी व्यक्ती को उकसाता हैं ; अथवा

ख) उस बात को करने के लिए किसी षड्यंत्र में एक या अधिक अन्य व्यक्ती या व्यक्तियों के साथ सम्मलित होता हैं, यदि उस षड्यंत्र के अनुसरण में, और उस बात या कार्य को करने के उद्देश्य से, कोई कार्य या अवैध लोप घटीत हो जाए ; अथवा

ग) उस बात के लिए किए जाने में किसी कार्य या अवैध लोप द्वारा साशय सहायता करता हैं।

स्पष्टीकरण 1 – जो कोई व्यक्ति जानबूझकर दुर्वपदेशन द्वारा, या तात्विक तथ्य, जिसे प्रकट करने के लिए वह आबद्ध हैं, जानबूझकर छिपाने द्वारा, स्वेच्छया किसी बात का किया जाना कारित या उपाप्त करता हैं अथवा कारित या उपाप्त करने का प्रयत्न करता हैं, वह उस बात का किया जाना उकसाता हैं, यह कहां जाता है।

स्पष्टीकरण 2 – जो कोई या तो किसी कार्य के किए जाने से पूर्व या किए जाने के समय, उस कार्य के किए जाने को सुकर बनाने के लिए कोई बात करता हैं और तद्द्वारा उसके किए जाने को सुकर बनाता हैं, वह उस कार्य के करने में सहायता करता हैं, यह कहां जाता है।

FAQ

भारतीय न्याय संहिता में कितनी धारा हैं ?

भारतीय न्याय संहिता में 356 धारा हैं।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 में किस बारे में जानकारी दी गई है ?

भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 में किसी बात या कार्य के दुष्प्रेरण के बारे में जानकारी दी है।

इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय न्याय संहिता की धारा 45 क्या हैं इसके बारे में जानकारी दी है। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !

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