किराए की दुकान या मकान कैसे खाली करवाएं ? How To Lower Rent Or Shop Or House?

How To Lower Rent Or Shop Or House? हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको किराए की दुकान या मकान कैसे खाली करवाएं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। आज बहुत लोग किराए पर दुकान या मकान लेकर रह रहे हैं। आज बहुत लोग किराए पर दुकान या मकान लेकर रहते हैं और बाद में उसपर कब्जा करते हैं।

How To Lower Rent Or Shop Or House?

किराए की दुकान या मकान कैसे खाली करवाएं ? How To Lower Rent Or Shop Or House?

कुछ लोग कुछ समय बाद वह संपत्ति सस्ते दाम में खरीदते हैं या कुछ पैसे लेते हैं और इसके बाद ही निकलते हैं। ऐसी परिस्थिति में मकान मालिक ने समझदारी से काम करना बहुत जरूरी हैं। ऐसे लोगों से आपको बचकर रहना चाहिए। अगर आपके संपत्ति में पहले से ऐसे लोग रहे हैं तो आपको समझदारी से अपनी संपत्ति खाली करवानी हैं। किराए की दुकान या मकान कैसे खाली करवाएं इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढिए।

किराए की दुकान या मकान कैसे खाली करवाएं ?-

  • किराएदार को समझाकर प्राॅपर्टी खाली किजिए –

अगर आपका किराएदार प्राॅपर्टी खाली नहीं कर रहा हैं तो आपको किराएदार को अच्छे से समझाना हैं। हो सकता हैं किराएदार इसके बाद आपकी प्राॅपर्टी खाली करें। अगर किराएदार आपके समझाने से भी नहीं समझ रहा हैं तो आप आसपास के पड़ोसीयों को किराएदार को समझाने के लिए कह सकते हैं। फिर भी किराएदार मकान खाली नहीं कर रहा हैं तो आप पुलिस की सहायता ले सकते हैं।

  • किराएदार को कानूनी नोटीस दें –

अगर किराएदार बहुत कोशिश करने के बाद बहुत बार बताने के बाद भी मकान खाली नहीं कर रहा है तो आपको ऐसे समय में चिंता करते हुए नहीं बैठना हैं। ऐसे समय में कानूनी तरीके से कार्य करना जरूरी हैं। ऐसे परिस्थिती में आपको वकील से बात करना जरुरी हैं।

वकील आपको इस मामले में सही सलाह देगा और आवश्यक जानकारी पुछेगा। आपको सभी जानकारी ठीक से बतानी हैं। इसके बाद किराएदार को एक कानूनी नोटीस भेजी जाएगी। इस नोटीस में किराएदार को मकान या दुकान खाली करवाने के लिए एक निश्चित समय दिया जाएगा। क्योंकी मकान मालिक को नया मकान या दुकान ढुंढने का समय मिलना चाहिए।

अगर इसके बाद भी कोई विवाद हो जाता हैं तो इस नोटीस का सबूत के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इस नोटीस में कोर्ट में यह साबित हो जाएगा की किराएदार को मकान खाली करने के लिए समय दिया हुआ था।

मकान खाली करवाने के लिए नोटीस भेजने के आधार –

  • अगर किरायादार मकान का किराया मकान मालिक को नहीं दे रहा हैं।
  • अगर किरायादार रेंट एग्रीमेंट में जो नियम बताए हैं उनका उल्लंघन कर रहा हैं।
  • अगर किराएदार ने मकान को मकान मालिक के संमती के बिना किसी दुसरे व्यक्ती को दे दिया हैं।
  • अगर किराएदार मकान में कोई अवैध कार्य कर रहा हैं जिससे मकान का मुल्य कम हो रहा हो।
  • अगर किराएदार कोई उपद्रव मचा रहा हैं।
  • अगर किराएदार मकान मालिक से पुछे बिना संपत्ति की बनावट बदल रहा हैं।
  • अगर मकान मालिक को खुद को संपत्ति का इस्तेमाल करना हैं।
  • अगर मकान मालिक मकान तोड़कर नया मकान बनवाना चाहता हैं।
  • अगर मकान मालिक संपत्ति को बेचना चाहता हैं।
  • अगर किराएदार के द्वारा मकान के साथ कोई खिलवाड़ की जा रही हैं।
  • सिविल कोर्ट में याचिका डालें –

अगर आपको किराएदार के वजह से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है या किराएदार आपके मकान से या दुकान से बाहर नहीं पड़ रहा हैं तो आप सिविल कोर्ट में किराएदार के खिलाफ याचिका डाल सकते हैं। अगर कोर्ट आपके पक्ष में निर्णय देता हैं तो आपका दुकान या मकान जल्दी खाली हो सकता हैं।

अगर किराएदार से दुकान या मकान खाली करवाना हैं तो इसके क्या प्रावधान है ?-

आप ने बहुत बार देखा होगा की जब मकान मालिक कोई दुकान या मकान किराए पर देता हैं तो उस वक्त एक एग्रीमेंट किया जाता है। यह एग्रीमेंट 11 महिनों का होता हैं। जब यह एग्रीमेंट खत्म हो जाता हैं तब एग्रीमेंट की अवधि बढ़ाई जाती हैं या मकान या दुकान खाली करवाया जाता हैं। अगर आपको दुकान या मकान खाली करवाना हैं तो इसके दो तरीके हैं –

  • अगर रेंट एग्रीमेंट खत्म हो गया हैं।
  • अगर ” ट्रांसफर ऑफ प्राॅपर्टी एक्ट ” के सेक्शन 106 के अंतर्गत मकान मालिक कानूनी नोटीस भेजकर लीज को खत्म कर दें।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला –

अब किराएदार और मकान मालिक के बीच में बहुत मामले बढ़ रहे हैं। इसलिए इसके उपर सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया हैं की अगर मकान मालिक उसकी संपत्ति किराएदार से खाली करवाने में उचित समय में कदम नहीं बढ़ाएंगे तो मकान मालिक का मालिकाना हक़ खत्म हो सकता हैं। इसके बाद किराएदार ने जिस संपत्ति पर कब्जा किया हैं वह किराएदार की हो जाएगी।

किराएदारों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का निर्णय –

सुप्रीम कोर्ट ने किराएदारों के खिलाफ एक फैसला सुनाया है की अगर मकान मालिक किराएदार को लेकर बहुत परेशान हैं, बहुत प्रयास करने के बाद भी किराएदार आपका मकान या दुकान खाली नहीं कर रहा है तो यह बहुत ही गलत बात है। अगर मकान मालिक के नाम पर मकान या दुकान रजिस्टर्ड हैं तो आप बलपूर्वक मकान खाली करवा सकते हैं। इस जगह पर बल को परिभाषित नहीं किया हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहां हैं की जितने बल की आवश्यकता हैं उतने ही बल का इस्तेमाल करें। अति उत्साह में आकर कोई भी कार्य करने से बचिए। ऐसे मामलों में कोर्ट में जाने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। अगर आपसे हो सके तो कोर्ट के बाहर ही मामला सुलझाना अच्छा होगा।

FAQ

क्या मकान किराए पर देने से रेंट एग्रीमेंट बनवाने की जरूरत है ?

हां। मकान किराए पर देने से रेंट एग्रीमेंट बनवाने की जरूरत है। अगर आप मकान किराए पर देने से पहले रेंट एग्रीमेंट बनवाते हैं तो आपको भविष्य में ज्यादा समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

क्या 11 महिनों का एग्रीमेंट खत्म होने के बाद किराएदार को मकान खाली करवाने के लिए कहां जा सकता है ?

हां। 11 महिनों का एग्रीमेंट खत्म होने के बाद किराएदार को मकान खाली करवाने के लिए कहां जा सकता है।

इस पोस्ट में हमने आपको किराए की दुकान या मकान कैसे खाली करवाएं इसके बारे में जानकारी दी हैं। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !

Leave a Comment