IPC Section 34 In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको भारतीय दंड संहिता की धारा 34 क्या हैं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं । भारतीय दंड संहिता के धारा 34 के बारे में पुरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़े ।

भारतीय दंड संहिता की धारा 34 क्या हैं ? IPC Section 34 In Hindi
भारतीय दंड संहिता की धारा 34 क्या हैं ? –
भारतीय दंड संहिता के धारा 34 में बताया गया है की अगर कोई अपराधिक कृत्य सभी लोगों ने मिलकर एक साथ किया हो तो हर व्यक्ती को इस कार्य के लिए इस तरह से जिम्मेदार समझा जाएगा की उसने यह कार्य अकेले ने किया हैं ।
धारा 34 की महत्त्वपूर्ण शर्ते
- कोई भी अपराधिक कार्य किया हुआ होना जरुरी है ।
- कोई भी अपराधिक कृत्य दो या दो से अधिक लोगों ने मिलकर किया हुआ होना जरुरी हैं ।
- अपराधिक कृत्य करने वाले सभी लोगों का इरादा एक ही होना चाहिए ।
अब इस धारा को हम आपको आसान भाषा में समझाते हैं । अजय और विजय यह दो व्यक्ती हैं । वह दोनों राजीव इस व्यक्ती से नफरत करते हैं और राजीव को मारने की योजना बनाते हैं । योजना के अनुसार विजय राजीव को चाकु से मारता हैं और अजय राजीव के हाथ पकड़कर रखने का कार्य करता हैं । अब इस उदाहरण में विजय ने राजीव को चाकू से मारा हैं । लेकिन अजय का भी राजीव को मारने का इरादा था और उसने राजीव के हाथ पकड़कर रखे थे । इस वजह से अजय और विजय पर धारा 302 के साथ साथ धारा 34 भी लागू होती हैं ।
इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय दंड संहिता के धारा 34 के बारे में जानकारी दी हैं । हमारी यह पोस्ट शेयर जरुर किजिए । धन्यवाद !