हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको वारंट क्या है, वारंट के कितने प्रकार है, वारंट कब जारी किया जाता है, जमानती और गैर जमानती वारंट क्या हैं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। वारंट एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज हैं। वारंट को अदालत जारी करती हैं। वारंट के भी अरेस्ट वारंट, सर्च वारंट यह प्रकार होते हैं। जिस जगह पर अपराधिक कार्य हुआ हैं उस जगह का पता, समय यह सब जानकारी वारंट में दी हुई होती हैं।

वारंट पूरी जानकारी Warrant Information In Hindi
कानूनी आदेश, न्यायिक निर्णय और निर्देश जारी करने के लिए भी वारंट का उपयोग किया जाता है। वारंट क्या है, वारंट के कितने प्रकार है, वारंट कब जारी किया जाता है, जमानती और गैर जमानती वारंट क्या हैं इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढिए।
वारंट (Warrant) क्या हैं ? (What is warrant in hindi)
वारंट एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज हैं। वारंट को अदालत जारी करती हैं। वारंट के भी अरेस्ट वारंट, सर्च वारंट यह प्रकार होते हैं। जिस जगह पर अपराधिक कार्य हुआ हैं उस जगह का पता, समय यह सब जानकारी वारंट में दी हुई होती हैं। कानूनी आदेश, न्यायिक निर्णय और निर्देश जारी करने के लिए भी वारंट का उपयोग किया जाता है। अगर किसी व्यक्ती को गिरफतार करना हो तो वारंट का उपयोग किया जाता है।
वारंट के प्रकार (Type of warrant in hindi)
वारंट के भी प्रकार होते हैं। वारंट के कौन कौनसे प्रकार होते हैं इसके बारे में हम आपको अब जानकारी देने वाले हैं।
1) अरेस्ट वारंट (Arrest Warrant)
हमें बहुत बार अरेस्ट वारंट यह नाम सुनने को मिलता हैं। हमारे हररोज के जीवन में या टिवी सिरियल में बहुत बार अरेस्ट वारंट का उल्लेख हम देखते हैं। अरेस्ट वारंट को हिंदी में गिरफ्तारी वारंट इस नाम से जाना जाता है। जब किसी व्यक्ती को गिरफतार करना हो तो उस समय अरेस्ट वारंट जारी किया जाता है। यह वारंट न्यायाधीश या मॅजिस्ट्रेट जारी करते हैं।
2) सर्च वारंट (Search Warrant)
जब किसी व्यक्ती के घर, ऑफिस या अन्य कोई भी स्थानों की छानबीन करनी हो तो उस वक्त सर्च वारंट जारी किया जाता है। सर्च वारंट को भी न्यायाधीश या मॅजिस्ट्रेट के द्वारा जारी किया जाता है। जब साक्ष्य ढुंढना हो या साक्ष्य के संबंधित और सामग्री ढुंढनी हैं या अपराध का और पता लगवाना हो तब सर्च वारंट जारी किया जाता है।
3) उपस्थिति वारंट (Appearance Warrant)
जब किसी व्यक्ती को अदालत के सामने उपस्थित रहने के लिए बुलाना हो तब उपस्थिति वारंट जारी किया जाता है। जिस व्यक्ती के नाम से अरेस्ट वारंट जारी किया गया हो उस व्यक्ती को दिए गए समय को अदालत के सामने उपस्थित होना जरूरी होता है।
जमानती वारंट (Bailable Warrant) क्या है ?
जमानती वारंट यह वारंट होता हैं की जिसके द्वारा अदालत किसी व्यक्ती को गिरफ्तार करने का आदेश देती हैं लेकिन उसके साथ साथ जमानत पर छोड़ने का भी आदेश देती हैं। इस प्रकार के वारंट को जमानती वारंट इस नाम से जाना जाता है। इस प्रकार के वारंट में गिरफ्तार व्यक्ती के जमानती के लिए कुछ शर्तें तय की जाती हैं। यह शर्तें पुरा करने के बाद उस व्यक्ती को जमानत पर छोड़ दिया जाता हैं।
गैर जमानती वारंट (Non Bailable Warrant) क्या हैं ?
गैर जमानती वारंट अपराधी व्यक्ती को गिरफ्तार करने के लिए जारी किया जाता है। लेकिन इस वारंट में अदालत अपराधी व्यक्ती को जमानत देने की अनुमति नहीं देती। इस प्रकार के वारंट को गैर जमानती वारंट इस नाम से जाना जाता है। जब किसी गंभीर मामले की जांच करनी हो तब भी इस तरह के वारंट जारी किए जाते हैं। यह वारंट जारी करने के बाद अपराधी को उसी समय गिरफ्तार करके अदालत के सामने उपस्थित किया जाता है।
वारंट कब जारी किया जाता है ?
वारंट जारी करना यह एक कानूनी प्रक्रिया होती हैं। वारंट को पुरे नियमों के साथ जारी किया जाता है। वारंट कब जारी करना हैं इसका निर्णय न्यायाधीश के द्वारा लिया जाता हैं। जब किसी व्यक्ती ने ऐसा अपराध किया हो की उसके उपर कार्यवाही होना बहुत जरूरी हो तब न्यायालय वारंट जारी करती हैं। वारंट जारी करना चाहिए या नहीं यह बहुत आधारों पर निर्भर होता हैं जैसे की अपराध कितना बड़ा हैं, अपराध का प्रकार आदी। यह सब देखकर अदालत के द्वारा वारंट जारी किया जाता है।
वारंट रिकाॅल (Warrant Recall) क्या होता हैं ?
कई बार एक वारंट जारी होने के बाद कुछ परिस्थिती ऐसी आ जाती हैं की दुसरा वारंट जारी करना पड़ता हैं। तब पहला वारंट रद्द किया जाता है और दुसरा वारंट जारी किया जाता है। इसे ही वारंट रिकाॅल इस नाम से जाना जाता है। जब वारंट जारी करने के लिए कोई ग़लत जानकारी दी गई हो तब भी इस प्रकार का वारंट जारी किया जाता है। क्योंकी वह वारंट रद्द किया जा सके। जब वारंट रिकाॅल होता हैं तब पहले जारी किए हुए वारंट के आधार पर अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया जाता।
FAQ
वारंट क्या हैं ?
वारंट एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज हैं। वारंट को अदालत जारी करती हैं। कानूनी आदेश, न्यायिक निर्णय और निर्देश जारी करने के लिए भी वारंट का उपयोग किया जाता है। अगर किसी व्यक्ती को गिरफतार करना हो तो वारंट का उपयोग किया जाता है।
वारंट के कितने और कौन कौन से प्रकार हैं ?
वारंट के तीन प्रकार प्रकार होते हैं। जैसे की अरेस्ट वारंट, सर्च वारंट, उपस्थिति वारंट आदी।
अरेस्ट वारंट क्या हैं ?
अरेस्ट वारंट को हिंदी में गिरफ्तारी वारंट इस नाम से जाना जाता है। जब किसी व्यक्ती को गिरफतार करना हो तो उस समय अरेस्ट वारंट जारी किया जाता है।
वारंट कब रिकाॅल किया जाता है ?
कई बार एक वारंट जारी होने के बाद कुछ परिस्थिती ऐसी आ जाती हैं की दुसरा वारंट जारी करना पड़ता हैं। तब पहला वारंट रद्द किया जाता है और दुसरा वारंट जारी किया जाता है। इसे ही वारंट रिकाॅल इस नाम से जाना जाता है। जब वारंट जारी करने के लिए कोई ग़लत जानकारी दी गई हो तब भी इस प्रकार का वारंट जारी किया जाता है। क्योंकी वह वारंट रद्द किया जा सके।