What Is Bachelor Of Law In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको बैचलर ऑफ लाॅ (Bachelor of Law ) क्या हैं, बैचलर ऑफ लाॅ कोर्स में एडमिशन कैसे लें, बैचलर ऑफ लाॅ कोर्स में कौन कौन से विषय हैं, बैचलर ऑफ लाॅ के बाद करियर के कौन कौन से विकल्प उपलब्ध हैं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। LLB का फुलफाॅर्म बैचलर ऑफ लाॅ हैं। लॅटिन भाषा में इसे लिगम बैचलर्स भी कहा जाता हैं। इस कोर्स में कानून की पढ़ाई की जाती हैं। इसके बाद आप कानूनी सलाहकार, ॲडवोकेट बनकर कार्य कर सकते हैं। बैचलर ऑफ लाॅ कोर्स की पुरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढ़े।
बैचलर ऑफ लाॅ क्या हैं ? What Is Bachelor Of Law In Hindi
बैचलर ऑफ लाॅ (Bachelor of Law) क्या हैं ? –
बैचलर ऑफ लाॅ यह कोर्स कानून से संबंधित हैं। इस कोर्स में कानून की पूरी जानकारी सिखने को मिलती हैं। LLB का फूलफाॅर्म बैचलर ऑफ लाॅ हैं। लॅटिन भाषा में इसे लिगम बैचलर्स इस नाम से जाना जाता हैं। यह कोर्स 3 साल का होता हैं। तीन साल में छह सेमिस्टर होती हैं। यह कोर्स पूरा होने के बाद आप ॲडवोकेट, कानूनी सलाहकार बनकर कार्य कर सकते हैं। अगर आप ग्रेजुएशन के बाद यह कोर्स करते हैं तो आपको तीन साल का कोर्स करना पड़ेगा और अगर आप 12 th के बाद यह कोर्स करते हैं तो आपको पांच साल का कोर्स करना पड़ेगा।
बैचलर ऑफ लाॅ (LLB) कोर्स करने के लिए योग्यता –
- अगर आप LLB कोर्स करना चाहते हैं तो आप 12 th के बाद या ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं। आप 12 th और ग्रेजुएशन साइंस, काॅमर्स, आर्ट्स किसी भी स्ट्रीम से पूरा कर सकते हैं।
- LLB में एडमिशन लेने के लिए 12 th या ग्रेजुएशन में 45% मार्क से उत्तीर्ण होना जरूरी हैं।
- हमारे देश में LLB करने के लिए कोई भी आयु सीमा( age limit) निश्चित नहीं हैं। आप किसी भी आयु में LLB यह कोर्स कर सकते हैं।
- कुछ युनिवर्सिटी में LLB के लिए एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देनी पड़ती हैं तो कुछ युनिवर्सिटी में 12 th या ग्रेजुएशन के मार्क पे भी एडमिशन दिया जाता हैं।
LLB में प्रवेश लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज –
- अंक पत्र और प्रमाणपत्र
- अधिवास प्रमाणपत्र
- आय प्रमाणपत्र
- लिविंग सर्टिफिकेट
- जन्म प्रमाणपत्र
- जात प्रमाणपत्र
- जात वैधता प्रमाणपत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नाॅनक्रिमी लेयर
- आधारकार्ड
LLB में एडमिशन लेने के लिए प्रक्रिया –
- अगर आप LLB कोर्स करना चाहते हैं तो आप 12 th के बाद या ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं। आप 12 th और ग्रेजुएशन साइंस, काॅमर्स, आर्ट्स किसी भी स्ट्रीम से पूरा कर सकते हैं।
- LLB में एडमिशन लेने के लिए 12 th या ग्रेजुएशन में 45% मार्क से उत्तीर्ण होना जरूरी हैं।
- कुछ युनिवर्सिटी में LLB के लिए एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देनी पड़ती हैं तो कुछ युनिवर्सिटी में 12 th या ग्रेजुएशन के मार्क पे भी एडमिशन दिया जाता हैं।
- एडमिशन होने के बाद आपको कोर्स पूरा करना हैं। इसके बाद अगर आप ॲडवोकेट बनकर कोर्ट में केस लड़ना चाहते हैं तो आपको AIBE की एग्जाम देनी होगी।
LLB कोर्स के विषय –
अगर आप तीन साल का LLB कोर्स करना चाहते हैं तो आपको छह सेमिस्टर देनी होगी और इसमें विषय थोडे कम होंगे और अगर आप पांच साल का LLB कोर्स करना चाहते हैं तो आपको दस सेमिस्टर देनी होगी और इसमें तीन साल के कोर्स के तुलना में थोडे ज्यादा विषय होते हैं।
Mumbai University Syllabus –
5 साल के LLB कोर्स के विषय –
First year BLS LLB ( Sem 1)-
- English -1
- Economics
- Logic-1
First year BLS LLB (Sem 2)-
- History
- Political science-1
- Legal writing and Legal Language
Second year BLS LLB (Sem 3) –
- Political science -2
- Sociology
- History of courts
Second year BLS LLB (Sem 4)-
- English-2
- Logic-2
- Political science-3
Third year BLS LLB (Sem 5)-
- Labour Laws
- Contract-1
- Tort and consumer Protection Laws
- Legal Language including legal writing and general English
Third year BLS LLB (Sem 6)-
- Law of crimes
- Constitutional Law
- Family Law -1
- Environmental Laws
- Practical Training -1
Fourth Year BLS LLB (Sem 7)-
- Administrative Law
- Family Law -2
- Transfer Property Act and Easement Act
- Company Law
Fourth Year BLS LLB (Sem 8)-
- Jurisprudence
- Contract-2
- Land Laws
- Criminology and correctional administration(optional paper)
- Taxation Law (optional paper)
- Bankruptcy Laws (optional paper)
- Practical Training -2
Fifth Year BLS LLB( Sem 9)
- Civil Procedure Code and Limitation Act
- Criminal Procedure Code Juvinile Justice Act and probation of offenders act
- Interpretation of statutes
- Public International Law and human rights
Fifth Year BLS LLB (Sem 10)
- Alternate Dispute Resolution System
Law of Evidence - Banking Laws and negotiable instruments act (optional paper)
- Law of insurance (optional paper)
- Intellectual Property law(optional paper)
- Conflict of laws(optional paper)
- Law Relating to women and children (optional paper)
- Law and Medicine (optional paper)
- Practical Training-3
- Practical Training-4
3 साल के LLB कोर्स के विषय –
First year LLB (Sem 1)-
- Labour Laws
- Contract-1
- Tort and consumer Protection Laws
- Legal Language including legal writing and general English
First year LLB (Sem 2)-
- Law of crimes
- Constitutional Law
- Family Law -1
- Environmental Laws
- Practical Training -1
Second Year LLB (Sem 3)-
- Administrative Law
- Family Law -2
- Transfer Property Act and Easement Act
- Company Law
Second Year LLB (Sem 4)-
- Jurisprudence
- Contract-2
- Land Laws
- Criminology and correctional administration(optional paper)
- Taxation Law (optional paper)
- Bankruptcy Laws (optional paper)
- Practical Training -2
Third Year LLB( Sem 5)
- Civil Procedure Code and Limitation Act
- Criminal Procedure Code Juvinile Justice Act and probation of offenders act
- Interpretation of statutes
- Public International Law and human rights
Third Year LLB (Sem 6)
- Alternate Dispute Resolution System
Law of Evidence - Banking Laws and negotiable instruments act (optional paper)
- Law of insurance (optional paper)
- Intellectual Property law(optional paper)
- Conflict of laws(optional paper)
- Law Relating to women and children (optional paper)
- Law and Medicine (optional paper)
- Practical Training-3
- Practical Training-4
LLB (Bachelor of law) के बाद करियर –
- Advocate
- Legal Consultant
- Professor
- Company Legal adviser
- Judge
निष्कर्ष:
इस पोस्ट में हमने आपको बैचलर ऑफ लाॅ (Bachelor of Law ) क्या हैं, बैचलर ऑफ लाॅ कोर्स में एडमिशन कैसे लें, बैचलर ऑफ लाॅ कोर्स में कौन कौन से विषय हैं, बैचलर ऑफ लाॅ के बाद करियर के कौन कौन से विकल्प उपलब्ध हैं इसके बारे में जानकारी दी हैं। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !
FAQ:
क्या बीएल एलएलबी से अलग है?
एलएल. बी. एक तीन-वर्षीय कार्यक्रम है जो आपको एक वकील के रूप में कानून का अभ्यास करने के लिए योग्य बनाता है। यद्यपि आपकी कानूनी योग्यता आपको कुछ कानूनी वातावरण (जैसे वकील के कार्यालय या कानूनी फर्म) में डेस्क जॉब दिला सकती है, बीएल दो साल का पाठ्यक्रम है जो मुख्य रूप से प्रकृति में अकादमिक है।
क्या मैं 12वीं के बाद बैचलर ऑफ लॉ कर सकता हूं?
12वीं के बाद लॉ को सबसे प्रतिष्ठित डिग्री कोर्स में से एक माना जाता है। भारत में, छात्र लगभग किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री (यूजी) पूरी करने के बाद कानूनी डिग्री ले सकते हैं। इसके अलावा, उम्मीदवार 12वीं के बाद कला, वाणिज्य और विज्ञान के साथ-साथ कानून का कोर्स भी कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ लॉ को एलएलबी क्या कहते हैं?
एलएलबी का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ या लेगम बैकालॉरियस है। यह 3 साल का कोर्स है।