साइबर लाॅ क्या हैं ? What Is Cyber Law In Hindi

What Is Cyber Law In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको साइबर लाॅ क्या हैं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। अब साइबर क्राइम बहुत बढ़ रहे हैं। अब स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटाॅप का इस्तेमाल बढ़ता ही जा रहा हैं। बहुत लोगों को साइबर क्राइम का सामना करना पड़ रहा हैं। न्यूज पर बार बार साइबर क्राइम की न्यूज सुनने को मिलती हैं। सरकार भी हमें साइबर क्राइम से सावधान रहने के लिए मोबाइल, टिव्ही द्वारा बार बार सुरक्षा के संदेश देता रहता हैं। साइबर क्राइम से बचने के लिए हमें हर वक्त सावधान रहना जरूरी हैं। साइबर लाॅ के बारे में पुरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए ।

What Is Cyber Law In Hindi

साइबर लाॅ क्या हैं ? What Is Cyber Law In Hindi

साइबर लाॅ क्या हैं ? –

साइबर क्राइम अब बहुत बढ़ रहे हैं। बहुत लोगों को साइबर क्राइम के वजह से बड़ी बड़ी समस्याओं का और नुकसान का सामना करना पड़ता हैं। साइबर क्राइम स्मार्टफोन, लैपटॉप, कंप्यूटर के द्वारा किए जाते हैं। साइबर क्राइम से संरक्षण करने के लिए साइबर लाॅ महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

साइबर लाॅ हमारे साथ हुए साइबर क्राइम की जांच पड़ताल करके गुन्हेगार को ढुंढकर उसके उपर कार्यवाही करने का कार्य करता हैं। साइबर लाॅ के वजह से साइबर क्राइम का प्रमाण कम होने में मदद हो रही हैं। साइबर क्राइम से बाहर निकलने के लिए सबसे पहले साइबर लाॅ एक्सपर्ट या साइबर लाॅयर‌ की जरूरत होती हैं। अब साइबर लाॅयर‌ की मांग बहुत बढ़ रही हैं।

सायबर लाॅ का महत्व –

सायबर लाॅ का महत्व बढता ही जा रहा हैं। जैसे जैसे हमारे देश में साइबर क्राइम बढ़ते जा रहे हैं वैसे वैसे साइबर लाॅयर की मांग बहुत बढ़ रही हैं। अगर आपको कोई कंप्यूटर, हार्डवेयर, साॅफ्टवेयर, सोशल मीडिया से नुकसान पहुंच रहा हैं फिर वह पैसों का नुकसान हो या आपके नीजी जीवन के संबंधित कोई नुकसान हो तो आपको साइबर लाॅ से मदद मिलती हैं। साइबर लाॅ के मदद से आपके डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के फ्राॅड का पता लगाया जाता हैं और उसको सजा दी जाती है। साइबर लाॅ में फिंगरप्रिंट, कार्यों में हेराफेरी, लेख का स्वरुप बदलना इन सबकी छानबीन की जाती हैं।

साइबर कानून भारत में कब से लागू किया ? –

भारत में साइबर क्राइम को नियंत्रित रखने के लिए एक अधिनियम जारी किया। उस अधिनियम का नाम इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी अधिनियम 2008 हैं। इस अधिनियम को संसद ने मंजूरी दी और यह अधिनियम भारत में 27 अक्टूबर 2009 में लागू किया गया। इस अधिनियम में जानकारी का अवैध उपयोग, जानकारी की चोरी, ऑनलाइन अपराध, साइबर आतंकवाद के दंड के बारे में स्पष्टीकरण दिया हैं। इस अधिनियम में जितने भी साइबर क्राइम हैं उनके सजा और जुर्माने के बारे में भी जानकारी दी है।

साइबर लाॅयर‌ कैसे बनें ? –

  • अगर आप साइबर लाॅयर बनना चाहते हैं तो आपको 12 th या ग्रेजुएशन पुरा करना होगा। आप 12 th या ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रिम से ( science , commerce, arts में से कोई भी स्ट्रिम) पुरा कर सकते हैं। इसके बाद आप LLB के लिए एडमिशन ले सकते हैं।
  • LLB के लिए एडमिशन लेने के लिए कुछ युनिवर्सिटी में एंट्रेंस एग्जाम देनी पड़ती हैं तो कुछ युनिवर्सिटी में डाइरेक्ट 12 th या ग्रेजुएशन के मार्क्स पर एडमिशन दिया जाता हैं।
  • अगर आप 12 th के बाद एडमिशन लेते हैं तो आपको पांच साल का LLB का कोर्स करना पड़ता हैं। अगर आप ग्रेजुएशन के बाद LLB के लिए एडमिशन लेते हैं तो आपको 3 साल का LLB का कोर्स करना पड़ता है।
  • आप साइबर लाॅयर बनना चाहते हैं तो आपको साइबर लाॅ इस विषय की अच्छे से पढ़ाई करनी होगी।
  • आपका कोर्स पूरा होने के बाद आपको AIBE की एग्जाम देनी होती हैं। इस एग्जाम में पास होने के बाद आप एडवोकेट बन जाते हैं। इसके बाद आप कोर्ट में केस लड़ सकते हैं।
  • अगर आप LLB कोर्स के दुसरे या तिसरे साल से ही किसी अच्छे साइबर लाॅयर के साथ प्रेक्टिस करते हैं तो आप बहुत ही जल्दी अच्छे साइबर लाॅयर बन सकते हैं।
  • हमारे देश में साइबर लाॅ के कोर्स भी उपलब्ध है। आप LLB का कोर्स पूरा होने के बाद या LLB कोर्स के साथ या 12th या ग्रेजुएशन के बाद साइबर लाॅ का कोर्स कर सकते हैं। इससे आपको साइबर लाॅ के बारे में पुरी जानकारी प्राप्त होगी।

साइबर लाॅ डिप्लोमा के लिए बेस्ट काॅलेज –

  • गवर्नमेंट लाॅ काॅलेज मुंबई
  • आइजीएनयू
  • इंडियन लाॅ इंस्टिट्यूट
  • उस्मानिया यूनिवर्सिटी

साइबर लाॅ में करियर –

अभी साइबर लाॅयर की बहुत मांग हैं। आपका एलएलबी और साइबर लाॅ डिप्लोमा का कोर्स पूरा होने के बाद आपके सामने बहुत सारे करियर के मार्ग खुल जाते हैं। साइबर लाॅ में करियर पूरा होने के बाद आप साइबर लाॅ सलाहकार के रूप में भी काम कर सकते हैं। आप किसी काॅलेज में साइबर लाॅ प्रोफेसर के पद पर भी कार्य कर सकते हैं। आज बड़ी बड़ी कंपनियों में साइबर लाॅयर की जरूरत होती हैं। कंपनी में जो जो साइबर क्राइम से जुड़ी हुई समस्या होती हैं वह देखने का कार्य साइबर लाॅयर करते हैं। इसके अलावा आपको सरकारी विभागों में, तकनिकी मंत्रालय और सूचना और प्रसारण के क्षेत्र में भी नौकरी मिल सकते हैं।साइबर लाॅयर बनकर आप कोर्ट में भी केस लड सकते हैं।

निष्कर्ष:

साइबर कानून, जिसे इंटरनेट कानून या साइबर कानून के रूप में भी जाना जाता है, समग्र कानूनी प्रणाली का हिस्सा है जो कानूनी सूचना विज्ञान से संबंधित है और सूचना, ई-कॉमर्स, सॉफ्टवेयर और सूचना सुरक्षा के डिजिटल प्रसार का पर्यवेक्षण करता है।

FAQ:

साइबर लॉ क्या है?

यह डेटा, एप्लिकेशन और ऑनलाइन लेनदेन के प्रवाह को नियंत्रित करता है और उनकी सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करता है।

भारत में साइबर कानून क्या है?

साइबर अपराध कानूनों द्वारा नागरिकों को अजनबियों के साथ निजी जानकारी ऑनलाइन साझा करने से रोका जाता है।

पहला साइबर कानून क्या है?

1986 का कंप्यूटर धोखाधड़ी और दुरुपयोग अधिनियम पहला साइबर कानून था जिसे अधिनियमित किया गया था।

साइबर कानून के स्रोत क्या हैं?

भारत में साइबर क़ानून का प्राथमिक स्रोत सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 (आईटी अधिनियम) है जो 17 अक्टूबर 2000 को लागू हुआ।

भारत का प्रथम साइबर न्यायालय कौन सा है?

सरकार ने सोमवार को साइबर अपराधों से निपटने के लिए नई दिल्ली में अपने पहले साइबर विनियमन न्यायालय का उद्घाटन किया।

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