What Is Maritime law In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको मेरीटाइम लाॅ क्या हैं इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। मेरीटाइम लाॅ को हिंदी में समुद्री कानून और नौसेना विभाग कानून इस नाम से जाना जाता हैं। यह कानून समुद्री विवादों से संबंधित हैं। यह कानून समुद्री मामलों के लिए काम करता हैं। मेरीटाइम लाॅ को शिपिंग कानून इस नाम से भी जाना जाता है। मेरीटाइम लाॅ की पुरी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।
मेरीटाइम लाॅ क्या हैं ? What Is Maritime law In Hindi
मेरीटाइम लाॅ क्या हैं ?-
मेरीटाइम लाॅ को शिपिंग कानून, समुद्री कानून, नौसेना विभाग कानून इन नामों से भी जाना जाता है। यह कानून समुद्री विवादों से संबंधित होता हैं। इस कानून में जहाजों की बिक्री और ठेके, जहाजों का स्वामित्व और पंजीकरण, समुद्र से माल का परिवहन, शिप मार्गेज, लाॅ ऑफ मरीन पोल्यूशंस, शिप फाइनेंसिंग, मरीन इंश्योरेंस यह सब हैं।
मेरीटाइम लाॅयर क्या हैं ?-
मेरीटाइम लाॅयर वह होते हैं जो समुद्री विवादों में सलाह देते हैं और केस लड़ते हैं। शिपिंग इंडस्ट्री के मामलों में क्लाइंट को जल्दी समाधान चाहिए होता हैं इसलिए मेरीटाइम लाॅयर की मांग बहुत होती हैं। मेरीटाइम लाॅयर की मांग बहुत होने के साथ साथ इनकी कमाई भी बहुत अच्छी होती हैं। समुद्री डाकुओं द्वारा किया हुआ अपहरण, व्यक्तीगत जहाजों की कैद, समुद्री दुर्घटनाएं और समुद्री विवाद के मामलों में मेरीटाइम लाॅयर सलाह देने का और केस लड़ने का कार्य करते हैं।
समुद्र के संबंधित मामलों में मेरीटाइम लाॅयर की ही सलाह लेना और केस लड़ना अच्छा माना जाता है। क्योंकी मेरीटाइम लाॅयर ने इस फिल्ड में अच्छा अभ्यास किया हुआ होता हैं और उन्हें इस फिल्ड में बहुत एक्सपिरियंस होता हैं।
मेरीटाइम लाॅयर कैसे बनें ?-
- अगर आप मेरीटाइम लाॅयर बनना चाहते हैं तो आपको 12 th या ग्रेजुएशन पुरा करना होगा। आप 12 th या ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रिम से ( science , commerce, arts में से कोई भी स्ट्रिम) पुरा कर सकते हैं। इसके बाद आप LLB के लिए एडमिशन ले सकते हैं।
- LLB के लिए एडमिशन लेने के लिए कुछ युनिवर्सिटी में एंट्रेंस एग्जाम देनी पड़ती हैं तो कुछ युनिवर्सिटी में डाइरेक्ट 12 th या ग्रेजुएशन के मार्क्स पर एडमिशन दिया जाता हैं।
- अगर आप 12 th के बाद एडमिशन लेते हैं तो आपको पांच साल का LLB का कोर्स करना पड़ता हैं। अगर आप ग्रेजुएशन के बाद LLB के लिए एडमिशन लेते हैं तो आपको 3 साल का LLB का कोर्स करना पड़ता है।
- आप मेरिटाइम लाॅयर बनना चाहते हैं तो आपको मेरीटाइम लाॅ इस विषय की अच्छे से पढ़ाई करनी होगी।
- आपका कोर्स पूरा होने के बाद आपको AIBE की एग्जाम देनी होती हैं। इस एग्जाम में पास होने के बाद आप एडवोकेट बन जाते हैं। इसके बाद आप कोर्ट में केस लड़ सकते हैं।
- अगर आप LLB कोर्स के दुसरे या तिसरे साल से ही किसी अच्छे मेरीटाइम लाॅयर के साथ प्रेक्टिस करते हैं तो आप बहुत ही जल्दी अच्छे मेरीटाइम लाॅयर बन सकते हैं।
- अच्छा मेरीटाइम लाॅयर बनने के लिए मेरीटाइम लाॅ की अच्छे से पढ़ाई करना भी जरूरी हैं।
लाॅ काॅलेज में एडमिशन लेने के लिए दस्तावेज (documents)-
लाॅ काॅलेज में एडमिशन लेते समय आपको दस्तावेजों की जरूरत होती हैं। अगर आप लाॅ काॅलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको पहले से ही डाॅक्युमेंट तैयार रखना जरूरी हैं क्योंकी आपको आगे जाकर किसी समस्या का सामना न करना पड़े। लाॅ काॅलेज में एडमिशन लेने के लिए दस्तावेज-
- जात प्रमाणपत्र
- जात वैधता प्रमाणपत्र
- नाॅनक्रिमिलेयर (कुछ वर्गों के लोगों के लिए)
- आय प्रमाणपत्र
- अधिवास प्रमाणपत्र
- आधारकार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- 10 th और 12 th का गुणपत्र और गुण प्रमाणपत्र
- ग्रेजुएशन का गुणपत्र और गुण प्रमाणपत्र ( अगर आप ग्रेजुएट हैं तो )
- सीईटी और एंट्रंस एग्जाम के दस्तावेज (अगर कोई एंट्रेंस एग्जाम एडमिशन के लिए जरूरी हैं तो)
मेरिटाइम लाॅयर बनने के लिए अच्छे काॅलेज –
अगर आप अच्छे मेरिटाइम लाॅयर बनना चाहते हैं तो आपको अच्छे लाॅ काॅलेज से एलएलबी का कोर्स पूरा करना जरुरी हैं। अगर आप अच्छे लाॅ काॅलेज से एलएलबी का कोर्स पूरा करते हैं तो आपको अच्छी अच्छी जगह पर नौकरी मिल सकती हैं और आप एक बहुत ही अच्छे मेरिटाइम लाॅयर बन सकते हैं। मेरिटाइम लाॅयर बनने के लिए अच्छे काॅलेज –
- नॅशनल लाॅ युनिवर्सिटी बैंगलोर
- नॅशनल लाॅ युनिवर्सिटी नई दिल्ली
- सिम्बायोसिस लाॅ काॅलेज पुणे
- गवर्नमेंट लाॅ काॅलेज मुंबई
- नॅशनल लाॅ युनिवर्सिटी जोधपुर
- गुजरात नॅशनल लाॅ युनिवर्सिटी गांधीनगर
- नॅशनल लाॅ युनिवर्सिटी भोपाल
- नालसर लाॅ युनिवर्सिटी हैद्राबाद
- आईएलएस लाॅ काॅलेज पुणे
मेरीटाइम लाॅयर और मेरीटाइम ॲडवोकेट में क्या फर्क हैं ?-
सभी लोगों को ऐसा लगता हैं की लाॅयर और एडवोकेट एक ही होते हैं लेकिन ऐसा नहीं होता। लाॅयर और ॲडवोकेट में बहुत फर्क होता हैं। लाॅयर वह होता हैं जिसने एलएलबी का कोर्स पुरा किया हो। लाॅयर सिर्फ लोगों को सलाह देने का कार्य कर सकता हैं लेकिन लोगों की केस कोर्ट में नहीं लड़ सकता। जिसने सिर्फ एलएलबी का कोर्स पुरा किया हैं और जो सिर्फ लोगों को समुद्री मामलों में सलाह दे सकता हैं उसे मेरीटाइम लाॅयर कहा जाता हैं।
अगर कोई व्यक्ती एलएलबी का कोर्स पूरा करने के बाद बार काउंसिल की एग्जाम देकर बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करता हैं तो उसे एडवोकेट कहा जाता हैं। एडवोकेट बनने के बाद वह लोगों को सलाह भी दे सकते हैं और केस भी लड सकते हैं। अगर कोई व्यक्ती लोगों को सलाह देता हैं और समुद्री मामलों में कोर्ट में केस भी लडता हैं तो उसे मेरीटाइम ॲडवोकेट कहा जाता है।
निष्कर्ष:
किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए समुद्री उद्योग सबसे महत्वपूर्ण उद्योगों में से एक है। इसलिए, इन मामलों को विनियमित और नियंत्रित करने के लिए एक समान और स्थिर कानूनों का होना बेहद महत्वपूर्ण है।
FAQ:
भारत में समुद्री कानून क्या है?
समुद्री कानून कानूनों का एक समूह है जो समुद्री मामलों को नियंत्रित करता है जैसे कि डिलीवरी में देरी, खोए हुए पैकेज, कार्गो क्षति और शिपिंग के दौरान उत्पन्न होने वाले अन्य विवाद जैसे जहाज को नुकसान, टकराव, दुर्घटनाएं और चोट आदि।
मैं एक समुद्री वकील कैसे बन सकता हूँ?
समुद्री कानून एक बहुत ही विशिष्ट क्षेत्र है जो केवल किसी राष्ट्र के समुद्र, महासागर और जल सीमा-संबंधी मुद्दों को कवर करता है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए, उम्मीदवारों के पास भारत के किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एलएलबी/बीए एलएलबी/बीबीए एलएलबी जैसी यूजी डिग्री होनी चाहिए।
क्या समुद्री कानून एक अच्छा करियर है?
प्रतिष्ठित समुद्री वकील आमतौर पर विभिन्न उच्च न्यायालयों और/या भारत के सर्वोच्च न्यायालय में प्रति सुनवाई सत्र के लिए कम से कम 1.5 लाख रुपये का शुल्क लेते हैं।
मैं भारत में समुद्री कानून का अध्ययन कैसे कर सकता हूँ?
मैरीटाइम लॉ में प्रवेश प्रवेश और योग्यता के आधार पर होता है। शीर्ष मैरीटाइम लॉ प्रवेश परीक्षाओं में CLAT, AILET, SET और LSAT शामिल हैं। समुद्री कानून पात्रता में न्यूनतम कुल 50% अंकों के साथ बीबीए एलएलबी/बीए एलएलबी/एलएलबी में स्नातक की डिग्री शामिल है।