भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 क्या हैं ? BNS Section 68 In Hindi

BNS Section 68 In Hindi हॅलो‌ ! इस पोस्ट में हम आपको भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 68 क्या हैं ( What is BNS Section 68 in Hindi) इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। पहले हमारे देश में भारतीय दंड संहिता यह कानून था। लेकिन अब इसकी जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। अभी संसद द्वारा पारित तीन विधेयकों ने अब कानून का रूप लिया हैं। भारतीय दंड संहिता को अंग्रेजों ने लागू किया था। अंग्रेजों के समय से भारत में भारतीय दंड संहिता लागू थी।

BNS Section 68 In Hindi

भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 क्या हैं ? BNS Section 68 In Hindi

अंग्रेजों के काल से जो आपराधिक कानून भारत में लागू थे उनकी जगह लेने वाले तीन संशोधन विधेयकों पर कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दी। अब भारतीय दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 में प्राधिकार में किसी व्यक्ती द्वारा मैथुन के बारे में जानकारी दी है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 क्या हैं इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।

भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 68 क्या हैं ( What is BNS Section 68 in Hindi) –

भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 में प्राधिकार में किसी व्यक्ती द्वारा मैथुन के बारे में जानकारी दी है।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 के अनुसार जो कोई –

क) प्राधिकार की किसी स्थिती या वैश्वासिक संबंध रखते हुए ; या

ख) कोई लोक सेवक होते हुए ; या

ग) तत्समय प्रवृत किसी विधि द्वारा या उसके अधीन स्थापित किसी जेल, प्रतिप्रेषण-गृह या अभिरक्षा के अन्य स्थान का या स्त्रियों या बालकों की किसी संस्था का अधीक्षक या प्रबंधक होते हुए ; या

घ) अस्पताल के प्रबंधतंत्र या किसी अस्पताल का कर्मचारिवृंद होते हुए,

ऐसी किसी स्त्री को, जो उसकी अभिरक्षा में है या उसके भारसाधन के अधीन है या परिसर में उपस्थित हैं, अपने साथ मैथुन करने हेतु, जो बलात्संग के अपराध की कोटी में नहीं आता है, उत्प्रेरीत या विलुब्ध करने के लिए ऐसी स्थिति या वैश्वासिक संबंध का दुरुपयोग करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कठोर कारावास से, जिसकी अवधि पांच वर्ष से कम की नहीं होगी, किन्तु जो दस वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा।

FAQ

भारतीय न्याय संहिता में कितनी धारा हैं ?

भारतीय न्याय संहिता में 356 धारा हैं।

भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 में किस बारे में जानकारी दी है ?

भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 में प्राधिकार में किसी व्यक्ती द्वारा मैथुन के बारे में जानकारी दी है।

इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय न्याय संहिता की धारा 68 क्या हैं इसके बारे में जानकारी दी है। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !

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