BNS Section 71 In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 71 क्या हैं ( What is BNS Section 71 in Hindi) इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। पहले हमारे देश में भारतीय दंड संहिता यह कानून था। लेकिन अब इसकी जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। अभी संसद द्वारा पारित तीन विधेयकों ने अब कानून का रूप लिया हैं। भारतीय दंड संहिता को अंग्रेजों ने लागू किया था। अंग्रेजों के समय से भारत में भारतीय दंड संहिता लागू थी।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 क्या हैं ? BNS Section 71 In Hindi
अंग्रेजों के काल से जो आपराधिक कानून भारत में लागू थे उनकी जगह लेने वाले तीन संशोधन विधेयकों पर कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दी। अब भारतीय दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 में पुनरावृतिकर्ता अपराधियों के लिए दंड के बारे में जानकारी दी है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 क्या हैं इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।
भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 71 क्या हैं ( What is BNS Section 71 in Hindi) –
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 में पुनरावृतिकर्ता अपराधियों के लिए दंड के बारे में जानकारी दी है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 के अनुसार जो कोई, धारा 63 या धारा 64 या धारा 65 या धारा 66 या धारा 67 के अधीन दंडनीय किसी अपराध के लिए पूर्व में दंडित किया गया हैं और तत्पश्चात् उक्त धाराओं में से किसी के अधीन दंडनीय किसी अपराध के लिए सिद्धदोष ठहराया जाता है, आजीवन कारावास से, जिससे उस व्यक्ती के शेष प्राकृत जीवनकाल के लिए कारावास अभिप्रेत होगा, या मृत्युदंड से दंडित किया जाएगा।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 के तहत सजा (Punishment in BNS Section 71 in Hindi)-
अगर किसी व्यक्ती पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 लगवाई जाती हैं तो उस व्यक्ती को आजीवन कारावास से या मृत्युदंड से दंडित किया जाएगा।
FAQ
भारतीय न्याय संहिता में कितनी धारा हैं ?
भारतीय न्याय संहिता में 356 धारा हैं।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 में किस बारे में जानकारी दी है ?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 में पुनरावृतिकर्ता अपराधियों के लिए दंड के बारे में जानकारी दी है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 क्या है ?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 के अनुसार जो कोई, धारा 63 या धारा 64 या धारा 65 या धारा 66 या धारा 67 के अधीन दंडनीय किसी अपराध के लिए पूर्व में दंडित किया गया हैं और तत्पश्चात् उक्त धाराओं में से किसी के अधीन दंडनीय किसी अपराध के लिए सिद्धदोष ठहराया जाता है, आजीवन कारावास से, जिससे उस व्यक्ती के शेष प्राकृत जीवनकाल के लिए कारावास अभिप्रेत होगा, या मृत्युदंड से दंडित किया जाएगा।
अगर किसी व्यक्ती पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 लगवाई जाती हैं तो उस व्यक्ती को कौनसी सजा दी जाएगी ?
अगर किसी व्यक्ती पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 लगवाई जाती हैं तो उस व्यक्ती को आजीवन कारावास से या मृत्युदंड से दंडित किया जाएगा।
इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय न्याय संहिता की धारा 71 क्या है इसके बारे में जानकारी दी है। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !