BNS Section 65 In Hindi हॅलो ! इस पोस्ट में हम आपको भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 65 क्या हैं ( What is BNS Section 65 in Hindi) इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। पहले हमारे देश में भारतीय दंड संहिता यह कानून था। लेकिन अब इसकी जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। अभी संसद द्वारा पारित तीन विधेयकों ने अब कानून का रूप लिया हैं। भारतीय दंड संहिता को अंग्रेजों ने लागू किया था। अंग्रेजों के समय से भारत में भारतीय दंड संहिता लागू थी।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 क्या हैं ? BNS Section 65 In Hindi
अंग्रेजों के काल से जो आपराधिक कानून भारत में लागू थे उनकी जगह लेने वाले तीन संशोधन विधेयकों पर कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दी। अब भारतीय दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता ने ली हैं। भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 में कतिपय मामलों में सामूहिक बलात्संग के लिए दंड के बारे में जानकारी दी है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 क्या हैं इसके बारे में विस्तार में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी यह पोस्ट अंत तक जरुर पढ़िए।
भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyay Sanhita) की धारा 65 क्या हैं ( What is BNS Section 65 in Hindi) –
भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 में कतिपय मामलों में सामूहिक बलात्संग के लिए दंड के बारे में जानकारी दी है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 के अनुसार
1) जहां एक या अधिक व्यक्तियों द्वारा समूह गठित करके या सामान्य आशय को अग्रसर करने में कार्य करते हुए सोलह वर्ष से कम आयु की किसी स्त्री से बलात्संग किया जाता है, वहां उन व्यक्तियों में से प्रत्येक व्यक्ति के बारे में यह समझा जाएगा की उसने बलात्संग का अपराध किया हैं और वह आजीवन कारावास से, जिससे उस व्यक्ती के शेष प्राकृत जीवनकाल के लिए कारावास अभिप्रेत है, और जुर्माने से दंडनीय होगा :
परंतु ऐसा जुर्माना पीड़िता के चिकित्सीय खर्चों को पूरा करने और पुनर्वास के लिए न्यायोचित और युक्तियुक्त होगा :
परंतु यह और कि इस धारा के अधीन अधिरोपित किसी भी जुर्माने का संदाय पीड़िता को किया।
2) जहां एक या अधिक व्यक्तियों द्वारा समूह गठित करके या सबके सामान्य आशय को अवसर करने में कार्य करते हुए, बारह वर्ष से कम आयु की किसी स्त्री से बलात्संग किया जाता है, वहां उन व्यक्तियों में से प्रत्येक व्यक्ति के बारे में यह समझा जाएगा की उसने बलात्संग का अपराध किया है और वह आजीवन कारावास से, जिससे उस व्यक्ती के शेष प्राकृत जीवनकाल का कारावास अभिप्रेत है, और जुर्माने से, अथवा मृत्युदंड से दंडित किया जाएगा ;
परंतु ऐसा जुर्माना पीड़िता के चिकित्सीय खर्चों को पूरा करने और पुनर्वास के लिए न्यायोचित और युक्तियुक्त होगा ;
परंतु यह और की इस धारा के अधीन अधिरोपित किसी भी जुर्माने का संदाय पीड़िता को किया जाएगा।
FAQ
भारतीय न्याय संहिता में कितनी धारा हैं ?
भारतीय न्याय संहिता में 356 धारा हैं।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 में किस बारे में जानकारी दी गई है ?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 में कतिपय मामलों में सामूहिक बलात्संग के लिए दंड के बारे में जानकारी दी है।
इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 क्या हैं इसके बारे में जानकारी दी है। हमारी पोस्ट शेयर जरुर किजिए। धन्यवाद !